*8368323740* *बाली पहलवान*
अंतर्राष्ट्रीय कविता दिवस की हृदयतल से बहुत सारी शुभकामनाएँ । अंतर्राष्ट्रीय कविता दिवस के शुभ अवसर पर एक रचना का प्रयासः
*कविता*
महाकाव्य का काव्य है कविता ,
मानवता का संभाव्य है कविता ।
सुन्दर स्वरूप को सँवारनेवाला ,
मानवीयता का आद्य है कविता ।।
कवि हृदय का भाव है कविता ,
निर्मल गंगा का बहाव है कविता ।
तन मन में खुशियाँ बरसानेवाला,
कवियों का यह चाव है कविता ।।
कविता स्वर से गीत बन जाता ,
गीत जीवन का मीत बन जाता ।
कविता को चाहे जैसे भी बहा लो,
कविता जीवन रीत बन जाता ।।
कविता से भरा काव्य महासागर ,
महासागर रूप समाहित गागर ।
ऊँच नीच अच्छाई और बुराई ,
मनोभावों को करता है उजागर ।।
कविता से ही तो यह काव्य है
काव्य से ही होता है यह कवि ।
कवि भाव पहुँचता है वहाँ पर ,
जहाँ पहुँच पाता नहीं है रवि ।।
पावन पवित्र होती हैं कविताएँ ,
पावन पवित्र कवि का होता भाव।
जन जन में संस्कार भरनेवाला ,
नहीं होती कविताओं में छाव ।।
कविता मानव में मानवता भरती ,
मानवता से मानव पाता है देवत्व।
अहंकार से सदा दूर वह है होता ,
निःस्वार्थ विनम्रता पर अधिपत्य।।
कविता में नही होता है दाँव पेंच ,
कविता है मानवता रूपी ही छाँव।
कविता केवल निर्भर नहीं शहर में,
बाली पहलवान बसे नोएडा गाँव ।।
पूर्णतः मौलिक एवं
अप्रकाशित रचना ।
Seema Priyadarshini sahay
22-Mar-2022 09:12 PM
बहुत खूबसूरत
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Renu
22-Mar-2022 07:23 PM
बहुत सुंदर प्रस्तुति 🤗
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Swati chourasia
22-Mar-2022 06:35 PM
बहुत ही सुंदर लाजवाब 👌👌
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